Latest hindi bhajan नव दुर्गा Jai Mata Di
नव दुर्गा Jai Mata Di
ओ-शेरांवाली, जोतांवाली-
जग-जननी महांमाई तेरी जै-जै-जै ।।
जय-दुर्गा महारानी तेरी जै-जै-जै ।।
1. प्रथम शैल-पुत्री कहलाये आदि शक्ति महामाया
द्वितीय ब्रहम-चारिणी कहलाये,जग-जननीे जग-जाया-
बोलो अम्बे की जै-जगदम्बे की जै ।। 2 ।।
जग-जननी महामाई तेरी जै-जै-जै ।। 2 ।।
2. तीसरी चन्द्रघण्टा कहलाये,दश-भुजा महांमाई ।। 2 ।।
चौथी कुण्माण्डा कहलाये, अष्ट भुजा जग जाई-
बोलो------- ।। 2 ।। जगजननी---------- ।। 2 ।।
3. पॉचवां रूप स्कन्दमाता और पदमासना कहलाई ।। 2 ।।
छटे रूप में कात्यायनी मॉं चार भुजाओं वाली-
बोलो------- ।। 2 ।। जगजननी---------- ।। 2 ।।
4. सातवां रूप कालरात्रि का गर्धव की करे सवारी
आठवां रूप महांगौरी का धर, बैल की करे सवारी ।। 2 ।।
बोलो अम्बे की जय, जगदम्बे की ------------।। 2 ।।
5. नवें रूप में सिद्धिदात्री बन, शेर की करे सवारी ।। 2 ।।
अष्ट-सिद्धि को देने वाली, दुर्गा ये कहलाई-
बोलो अम्बे की जय, जगदम्बे की -----------।। 2 ।।
ओ शेरांवाली, जोतां वाली,
जग-जननी ------------------------- ।। 2 ।।
नव-दुर्गा अम्बे मैया तेरी जै-जै-जै---3
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रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी (नागपुरी)
ओ-शेरांवाली, जोतांवाली-
जग-जननी महांमाई तेरी जै-जै-जै ।।
जय-दुर्गा महारानी तेरी जै-जै-जै ।।
1. प्रथम शैल-पुत्री कहलाये आदि शक्ति महामाया
द्वितीय ब्रहम-चारिणी कहलाये,जग-जननीे जग-जाया-
बोलो अम्बे की जै-जगदम्बे की जै ।। 2 ।।
जग-जननी महामाई तेरी जै-जै-जै ।। 2 ।।
2. तीसरी चन्द्रघण्टा कहलाये,दश-भुजा महांमाई ।। 2 ।।
चौथी कुण्माण्डा कहलाये, अष्ट भुजा जग जाई-
बोलो------- ।। 2 ।। जगजननी---------- ।। 2 ।।
3. पॉचवां रूप स्कन्दमाता और पदमासना कहलाई ।। 2 ।।
छटे रूप में कात्यायनी मॉं चार भुजाओं वाली-
बोलो------- ।। 2 ।। जगजननी---------- ।। 2 ।।
4. सातवां रूप कालरात्रि का गर्धव की करे सवारी
आठवां रूप महांगौरी का धर, बैल की करे सवारी ।। 2 ।।
बोलो अम्बे की जय, जगदम्बे की ------------।। 2 ।।
5. नवें रूप में सिद्धिदात्री बन, शेर की करे सवारी ।। 2 ।।
अष्ट-सिद्धि को देने वाली, दुर्गा ये कहलाई-
बोलो अम्बे की जय, जगदम्बे की -----------।। 2 ।।
ओ शेरांवाली, जोतां वाली,
जग-जननी ------------------------- ।। 2 ।।
नव-दुर्गा अम्बे मैया तेरी जै-जै-जै---3
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जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.
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