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Showing posts from December, 2018

जग हिन्दीमय कर दो

जग हिन्दीमय कर दो रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ( नागपुरी)   जग-जगमग जग कर दो जग हिन्दीमय कर दो मॉं सरस्वती शारदे - ऐसा वर दे दो जग हिन्दीमय कर दो ।। ब्रहम अक्षर इक ऊॅं ने रचदी ऐसी गजब कहानी 12 स्वर 36 व्यंजन से लिखदी हिन्दी वाणी मधुर कंठ करदो जग-जगमग जग कर दो जग हिन्दीमय कर दो मॉं सरस्वती शारदे - ऐसा वर दे दो जग हिन्दीमय कर दो ।। राजभाषा हिन्दी है अपनी प्यारी रास्ट्र् भाषा सभी भाषाओं की यह जननी मधुर-मधुर यह भाषा सबको स्वर दे दो ऐसा वर दे दो जग-जगमग जग कर दो जग हिन्दीमय कर दो मॉं सरस्वती शारदे - ऐसा वर दे दो जग हिन्दीमय कर दो ।। रस भी इसमें छंद भी इसमें अलंकारों से सजी हुई हिन्दी की बिन्दी पहने है प्यारी अपनी माता जय-जय-जय करदो जग हिन्दीमय कर दो मॉं सरस्वती शारदे - ऐसा वर दे दो जग हिन्दीमय कर दो ।। प्रिय पाठक, मुझे उम्मीद हे , आपको मेरी यह रचना पसंद आई होगी . आपसे निवेदन हे कि आप अपने विचार जरूर comment box में साँझा करें . मेरी और स्वरचित रचनाओं के लिए हमसे जुड़ें- Y

उमंग (पहाड़ी लोक गीत) - रचियता 'श्री कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी'

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उमंग (पहाड़ी लोक गीत) रचियता 'श्री कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी' नमस्कार मित्रों आज मेरे जन्मदिन के उपलक्ष में आपके साथ अपने जीवन के बहुत ही महत्वपूर्ण पल एक किताब के द्वारा साँझा करने जा रहा हूँ. मुझे उम्मीद हे आपको ये रचनाएँ पसंद आएँगी. यह किताब बिलकुल फ्री हे, इसको आप डाउनलोड कर सकते हैं नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के. Free Book - Click Here - उमंग (पहाड़ी लोक गीत) https://bit.ly/2QXGp6O https://drive.google.com/file/d/1kqC8Bo4MQOxI0VNwUV8NILfNshD16Dra/view?usp=sharing आपको यह रचनाएँ कैसे लगी मुझे जरूर बताना. आपका बहुत बहुत धन्यवाद्.. प्रिय पाठक, मुझे उम्मीद हे , आपको मेरी यह रचना पसंद आई होगी . आपसे निवेदन हे कि आप अपने विचार जरूर comment box में साँझा करें . मेरी और स्वरचित रचनाओं के लिए हमसे जुड़ें- YouTube  द्वारा :  https://www.youtube.com/channel/UCKEVajSZqc02B2IIPzYlrgg Website:  https://buranshgeetmala.blogspot.com Facebook द्वारा : https://www.facebook.com/BuranshGeetmala ईमेल द्वारा [Email address]: b

New Bhakti Song प्रभू जी मेरी रखलो लाज

प्रभू जी मेरी रखलो लाज रचित : कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ( नागपुरी ) प्रभू जी मेरी रखलो लाज मेरे पूरण करलो काज . . . प्रभू जी............ झूटे सारे नफरत करते - 2 सांच को आई ऑंच टूट पड़ा हॅंू अब मैं ऐसा जैसे टूटे कॉंच . . . . . . . प्रभू जी............ माया के कारण सब झूटे - 2 आज हुए हैं रिस्ते मुॅंह खोलॅंू तो क्या कुछ बोलूॅं भक्त तेरे हैं पिस्ते. . . . . . प्रभू जी............ आस निरास में बदल न जाये - 2 ऐसी जोत जगा दो अपने प्रभु से मुॅंह ना मोडॅंू ऐसा जतन करा दो सच्ची राह दिखा दो . . . . . प्रभू जी............ प्रिय भक्तजनो , मुझे उम्मीद हे , आपको मेरी यह रचना पसंद आई होगी . आपसे निवेदन हे कि आप अपने विचार जरूर comment box में साँझा करें . मेरी और स्वरचित रचनाओं के लिए हमसे जुड़ें - YouTube  द्वारा Subscribe:  https://www.youtube.com/channel/UCKEVajSZqc02B2IIPzYlrgg Website:  https://buranshgeetmala.blogspot.com Facebook द्वारा Follow: https://www.facebook.com/BuranshGeetmala ईमेल द्वारा [Email address]: bu

HAPPY NEW YEAR 2019, नव वर्ष मुबारक

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HAPPY NEW YEAR 2019 (FOR SCHOOL) नव वर्ष मुबारक रचित : कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ( नागपुरी) धु न-अहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों सबको नया साल मुबारक हो दोस्तो शुभकामना हमारी स्वीकारो (सलाम) दोस्तो देकर के शहीदों ने, अपनी कुर्बानियॉं, जिन्दगी तमाम कर रची कहानियॉं वतन के लिए अपना लहू बहा दिया उन बीरों को कभी तुम, भुला न देना इक नही, दो-चार नहिं, कई बीर हैं जहां इस मातृ (हिन्द) भूमि को प्रथम-प्रणाम मेरी मॉ धरती पे रहे रोज नया प्यार और अमन जय-हिन्द के नारे से गूंजे सदा गगन घर-घर में बजती रहे खुशियों की सैनाई खूब हो तरक्की बंट जाये मिठाई चैयरमैन साहब ;अध्यक्ष महोदयद्ध को प्रणाम दोस्तो सभी सदस्य गणों को सलाम दोस्तो चारों तरफ ये धरती हरी-भरी रहे अन्न और धन्न से सदा भरी रहे कोई भी हिन्दवासी बेगार ना रहे विश्व में तिरंगा सर्वोच्च ही रहे चीफ को प्रणाम दोस्तो सचिव साहिब को भी सलाम दोस्तो सेवा-निवृत्ति पा गये उन्हें मेरा प्रणाम नव वर्ष में पायेंगे ऊॅचा नया मुकाम है इनकी नई पारी का आगाज दोस्तों घर-बार रहे इनका आबा

New Bhakti Song भजन - नाम रट ले

भजन - नाम रट ले रचित : कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ( नागपुरी ) नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2 चलते-फिरते हरपल शुबह शाम रट ले सोते-खाते हरदम शुबह शाम रट ले 1. ये वो पावन नाम है प्यारे जो मुश्किल से मिलता भजता है जो हरि का प्यारा जनम सफल कर जाता नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2 2. दूर गगन में देख जरा तू छवि निराली है मत कर तू चालाकी प्रभू से वो तो अन्तरयामी है नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2 3. रोम रोम में रमता है वो गजब है उसकी शक्ति हृदय जोत जलाकर उसकी करले सच्ची भक्ति नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2 प्रिय भक्तजनो , मुझे उम्मीद हे , आपको मेरी यह रचना पसंद आई होगी . आपसे निवेदन हे कि आप अपने विचार जरूर comment box में साँझा करें . मेरी और स्वरचित रचनाओं के लिए हमसे जुड़ें - YouTube  द्वारा Subscribe:  https://www.youtube.com/channel/UCKEVajSZqc02B2IIPzYlrgg Website:  https://buranshgeetmala.blogspot.com Facebook द्वारा Follow: https://www.facebook.com/BuranshGeetmala ईमेल द्वारा [Ema

जय भारती तेरी उतारें आरती Proud to Be an Indian

जय भारती तेरी उतारें आरती रचित : कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ( नागपुरी ) जै भारत-भूमि के भारती जय-जय उतारें आरती सारे उतारें आरती तेरी उतारें आरती 1. इस हिन्द की पावन धरा पर हुआ है न्यौछावर धन्य-धन्य है वीर तुझको बुलन्द तेरे स्वर जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।     जै भारत-भूमि के भारती--------- ।। 2. तेरे लहू में प्यार इतना, तू हिम शिखर चूमें मातृ-भूमि के वीर तू तो, प्यार में झूमें जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।     जै भारत-भूमि के भारती--------- ।। 3. सर पे बॉंधा है कफन मातृ-भूमि के वास्ते हौंसले तेरी बुलंदी के खुले हैं रास्ते जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।     जै भारत-भूमि के भारती--------- ।। प्रिय भक्तजनो , मुझे उम्मीद हे , आपको मेरी यह रचना पसंद आई होगी . आपसे निवेदन हे कि आप अपने विचार जरूर comment box में साँझा करें . मेरी और स्वरचित रचनाओं के लिए हमसे जुड़ें - YouTube  द्वारा Subscribe:  https://www.youtube.com/channel/UCKEVajSZqc02B2IIPzYlrgg Website:  https://buranshgeetmala.blogsp