Jai Mata Di भजन - सजा है दरबार
Jai Mata Di भजन - सजा है दरबार
अम्बे
मॉं का देखो सजा है दरबार ।। 2 ।।
दर पे
अम्बे मैया जी बॉंटे हैं प्यार ।। 2 ।।
दर पे
अम्बे मैया जी
दर पे
अम्बे रानी जी
भक्तों
को बॉंटे अपना दुलार
1. कोई अपनी बिगड़ी बनाए ।। 2 ।।
कोई कार हवेली मॉंगे ।। 2 ।।
कोई मॉंगे मॉं से चरणों का प्यार ।। 2 ।।
दर पे अम्बे मैया जी,
दर पे
अम्बे रानी जी ।
दर पे अम्बे मैया जी,
दर पे
अम्बे रानी जी ।
भक्त
करें सब जै जैकार,
भक्त
करें सब जै जैकार ।
अम्बे मॉं का देखो सजा है दरबार ।। 2 ।।
दर पे अम्बे मैया जी बॉंटे हैं प्यार ।।
2 ।।
2. कोई दर पे पुत्र को मॉंगे ।। 2 ।।
कोई दर पे दौलत मॉंगे ।। 2 ।।
कोई मॉंगे मॉं से मॉं का दुलार ।। 2 ।।
दर पे अम्बे मैया जी,
दर पे
अम्बे रानी जी ।
दर पे अम्बे मैया जी,
दर पे
अम्बे रानी जी।
भक्त
करें सब जै जैकार ।। 2 ।।
भक्त
करें सब जै जैकार ।। 2 ।।
अम्बे मॉं का देखो सजा है दरबार ।। 2 ।।
दर पे अम्बे मैया जी बॉंटे हैं प्यार ।।
2 ।।
3. भक्त जो मॉंगें देती दिल से ।। 2 ।।
कहती सब रहना हिल-मिल के ।। 2 ।।
अम्बे मॉं तो बॉंटे हैं सबको प्यार ।। 2
।।
दर पे अम्बे मैया जी,
दर पे
अम्बे रानी जी।
दर पे अम्बे मैया जी,
दर पे
अम्बे रानी जी।
भक्त
करें सब जै जैकार ।। 2 ।।
भक्त
करें सब जै जैकार ।। 2 ।।
अम्बे मॉं का देखो सजा है दरबार ।। 2 ।।
दर पे अम्बे मैया जी बॉंटे हैं प्यार ।।
2 ।।
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जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.
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