Latest Hindi Bhakti Geet हमपे कृपा करो जगन्नाथ

हमपे कृपा करो जगन्नाथ
रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी (नागपुरी)

हमपे कृपा करों -दीनानाथ कृपा करो
हमपे कृपा करो दीनानाथ कृपा करो जगन्नाथ
हम आये तुम्हारे द्वार कृपा करो
हमपे कृपा करो दीनानाथ कृपा करो ।।

बड़ी दूर से चलकर आये ।। 2 ।।
आस लगाये दर पर आये ।। 2 ।।
तुम भरदो हमारे भण्डार कृपा करो
हमपे कृपा करो -----------------------

सिंह द्वार पे स्थम्भ बिराजे ।। 2 ।।
पतितपावन शिला सजाये ।। 2 ।।
तेरे भक्त करें जय-जयकार कृपा करो
हमपे कृपा करो -----------------------

भोग मन्दिर महाप्रसाद है बनता ।। 2 ।।
अन्नपूर्णा का भोग है लगता ।। 2 ।।
पूरण करो सारे काज कृपा करो
तेरे दरपे सदा ही जै-जै कार कृपा करो ।। 2 ।।
हमपे कृपा करो -----------------------




प्रिय पाठक, मुझे उम्मीद हे, आपको मेरी यह रचना पसंद आई होगी. आपसे निवेदन हे कि आप अपने विचार जरूर comment box में साँझा करें. मेरी और स्वरचित रचनाओं के लिए हमसे जुड़ें-
Facebook द्वारा: https://www.facebook.com/BuranshGeetmala
ईमेल द्वारा [Email address]: buranshgeetmala@gmail.com
ट्विटर द्वारा [Twitter address]: https://twitter.com/BuranshGeetmala



जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.

Comments

Popular posts from this blog

विरह गीत latest hindi song

डम डम डमरू बाजे Jai Bholenath

मानव की महानता को सीख

Shree Ganesh Stuti श्री गणेश स्तुति

Latest hindi bhajan जय बजरंगबली

हरि-हर बोल

New Bhakti Song जय मॉं स्तुति

Latest Bhakti Song Jai Shre Ram, Jai Ram ठुमक-ठुमक कर नाचे

Jai Mata Di भजन - सजा है दरबार