जय भारती तेरी उतारें आरती Proud to Be an Indian
जय भारती तेरी उतारें आरती
जै भारत-भूमि के भारती
जय-जय उतारें आरती
सारे उतारें आरती
तेरी उतारें आरती
1. इस हिन्द की पावन धरा पर हुआ है न्यौछावर
धन्य-धन्य है वीर तुझको बुलन्द तेरे स्वर
जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।
जै भारत-भूमि के भारती--------- ।।
2. तेरे लहू में प्यार इतना, तू हिम शिखर चूमें
मातृ-भूमि के वीर तू तो, प्यार में झूमें
जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।
जै भारत-भूमि के भारती--------- ।।
3. सर पे बॉंधा है कफन मातृ-भूमि के वास्ते
हौंसले तेरी बुलंदी के खुले हैं रास्ते
जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।
जै भारत-भूमि के भारती--------- ।।
रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी (नागपुरी)
जै भारत-भूमि के भारती
जय-जय उतारें आरती
सारे उतारें आरती
तेरी उतारें आरती
1. इस हिन्द की पावन धरा पर हुआ है न्यौछावर
धन्य-धन्य है वीर तुझको बुलन्द तेरे स्वर
जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।
जै भारत-भूमि के भारती--------- ।।
2. तेरे लहू में प्यार इतना, तू हिम शिखर चूमें
मातृ-भूमि के वीर तू तो, प्यार में झूमें
जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।
जै भारत-भूमि के भारती--------- ।।
3. सर पे बॉंधा है कफन मातृ-भूमि के वास्ते
हौंसले तेरी बुलंदी के खुले हैं रास्ते
जै-जै उतारें आरती सारे उतारें आरती ।
जै भारत-भूमि के भारती--------- ।।
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जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.
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