New Bhakti Song भजन - नाम रट ले
भजन - नाम रट ले
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
चलते-फिरते हरपल शुबह शाम रट ले
सोते-खाते हरदम शुबह शाम रट ले
1. ये वो पावन नाम है प्यारे
जो मुश्किल से मिलता
भजता है जो हरि का प्यारा
जनम सफल कर जाता
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
2. दूर गगन में देख जरा तू
छवि निराली है
मत कर तू चालाकी प्रभू से
वो तो अन्तरयामी है
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
3. रोम रोम में रमता है वो
गजब है उसकी शक्ति
हृदय जोत जलाकर उसकी
करले सच्ची भक्ति
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी (नागपुरी)
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
चलते-फिरते हरपल शुबह शाम रट ले
सोते-खाते हरदम शुबह शाम रट ले
1. ये वो पावन नाम है प्यारे
जो मुश्किल से मिलता
भजता है जो हरि का प्यारा
जनम सफल कर जाता
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
2. दूर गगन में देख जरा तू
छवि निराली है
मत कर तू चालाकी प्रभू से
वो तो अन्तरयामी है
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
3. रोम रोम में रमता है वो
गजब है उसकी शक्ति
हृदय जोत जलाकर उसकी
करले सच्ची भक्ति
नाम रट ले, हरि नाम रट ले. . . . .2
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जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.
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