Jai Mata Di bhajan जय माता दी भजन - चरणों से लगा लेना
Jai Mata Di bhajan जय माता दी भजन - चरणों से लगा लेना
रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी (नागपुरी)
मेैया
जी मेरी मुझको चरणों से लगा लेना
मैं भक्त
दीवाना हॅंू, मुझे भक्ती दे देना ।
(Jai Mata Di bhajan, jai mata di song)
1. मैं भक्ति न जानूं मां-
नादां भि बड़ा हॅंू मां ।। 2 ।।
ये मन बड़ा चंचल है-
तुम्हें कैसे रिझाउॅं मां
मेरि हालत है माड़ी
मेरि हालत है माड़ी
तू जाने है सारी
मेैया जी मेरी मुझको चरणों से लगा लेना
मैं भक्त
दीवाना हॅंू, मुझे भक्ती दे देना ।
(Jai Mata Di bhajan, jai mata di song)
2. तेरे भक्त बड़े नामी-
गुणवान बड़े भारी ।। 2 ।।
ध्यानू प्यारे को मां-
दुनियां जाने सारी
मैं लाल तेरा हॅंू मां
मैं लाल तेरा हॅंू मां
बस इतना कह देना
मेैया जी मेरी मुझको चरणों से लगा लेना
मैं भक्त
दीवाना हॅंू, मुझे भक्ती दे देना ।
(Jai Mata Di bhajan, jai mata di song)
3. दो कदम चलूं गर मैं-
फिर थक जाता हॅंू ।। 2 ।।
दो तन-मन की शक्ति
मुझे दे दो मां भक्ती
मेरि बांह पकड़ लो मां
मेरि बांह पकड़ लो मां
मेरि हिम्मत नहीं बनती
मेैया जी मेरी मुझको चरणों से लगा लेना
मैं भक्त
दीवाना हॅंू, मुझे भक्ती दे देना ।
(Jai Mata Di bhajan, jai mata di song)
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जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.
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