Jai Maa Vaishno Devi bhajan चलें अम्बे के द्वार, Jai Mata Di
Jai Maa Vaishno Devi bhajan चलें अम्बे के द्वार Jai Mata Di
रचित: कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी (नागपुरी)
ओ चलो-चलो
रे चलें अम्बे माता के द्वार ।। 2 ।।
जाके
हम भी करें अपनी ये गुहार-
जाके
हम भी करें अम्बे मॉं से पुकार ।। 2 ।।
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
1. हमने सुना है मॉं दयालू बड़ी ।। 2 ।।
वो सुधारे है सबकी बिगड़ी घड़ी
;मॉं सुधारे है सबकी बिगड़ी घड़ीद्ध
आये दर पे-
हम-आये दर पे करो मॉं कृपा-
भवानी कृपा करो ।।
ओ चलो-चलो
रे चलें अम्बे माता के द्वार ।। 2 ।।
जाके
हम भी करें अपनी ये गुहार-
जाके
हम भी करें अम्बे मॉं से पुकार ।।
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
2. हमने सुना है मॉं बिगड़ी बनाती ।। 2 ।।
भक्तों के सोये भाग्य जगाती ।। 2 ।।
आये दर पे-
हम आये दर पे झुकाने शीष-
भवानी कृपा करो ।।
ओ चलो-चलो
रे चलें अम्बे माता के द्वार ।। 2 ।।
जाके
हम भी करें अपनी ये गुहार-
जाके
हम भी करें अम्बे मॉं से पुकार ।।
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
3. हमने सुना है मॉं दयालू बड़ी है ।। 2 ।।
करती दया जिसपे मुश्किल पड़ी है ।। 2 ।।
आये दर पे-
हम आये दर पे करो बेड़ा पार-
भवानी कृपा करो ।।
ओ चलो-चलो
रे चलें अम्बे माता के द्वार ।। 2 ।।
जाके
हम भी करें अपनी ये गुहार-
जाके
हम भी करें अम्बे मॉं से पुकार ।।
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
4. हमने सुना है मॉं दौलत देती ।। 2 ।।
निर्धन के भंडार है भरती ।। 2 ।।
मॉं के दर पे-
मॉं के दर पे खजाने अपार-
भवानी झोली भरो ।।
ओ चलो-चलो
रे चलें अम्बे माता के द्वार ।। 2 ।।
जाके
हम भी करें अपनी ये गुहार-
जाके
हम भी करें अम्बे मॉं से पुकार ।।
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
5. हमने सुना है मॉं भक्ति देती ।। 2 ।।
चरण-कमल के छॉंव में रखती ।। 2 ।।
मॉंगें दर पे-
मॉंगें दर पे अम्बे मॉं का प्यार-
भवानी कृपा करो ।।
ओ चलो-चलो
रे चलें अम्बे माता के द्वार ।। 2
जाके
हम भी करें अपनी ये गुहार-
जाके
हम भी करें अम्बे मॉं से पुकार ।।
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
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जय माता दी
आपका दिन शुभ हो.
(jai mata di, jai ma vaishno devi)
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